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  • Tuesday, 19 Mar, 2024
  • 8:22:31 AM

तो अब ड्रोन से दवाइयां और ब्लड सप्लाई करेगी सरकार

तेलंगाना सरकार ने हेल्थनेट ग्लोबल लिमिटेड के साथ साझा रूप से ड्रोन से दवाइयां, खून और अन्य मेडिकल सुविधाएं पहुंचाने संबंधी पायलट प्रोजेक्ट के लिए समझौता किया है। बता दें कि वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम सेंटर ने चौथे इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन नेटवर्क के लिए घोषणा की कि तेलंगाना में मेडिसिन फ्रॉम द स्काई नामक अभिनव ड्रोन-डिलीवरी प्रोजेक्ट सिस्टम शुरू करेगा। प्रोजेक्ट में...

दवाओं पर होगी फार्मेसी काउंसिल की निगरानी, 300 केंद्र बनेंगे

दवाओं के साइड इफेक्ट की जानकारी रखने की सरकारी प्रक्रिया में फार्मेसी काउंसिल (पीसीआई) भी भागीदार होगी। पीसीआई ने फिलहाल 300 केंद्र बनाने का फैसला किया है। ये केंद्र जिला और अन्य सरकारी अस्पतालों में बनाए जा रहे हैं। पीसीआई ने एक ऐप भी बनाया है जिसकी मदद से रोगी और डॉक्टर किसी भी दवा के साइड इफेक्ट्स की जानकारी सरकार को दे सकते हैं।

सैन्य अस्पताल की सप्लाई में हरियाणा की दवा कंपनी का खोट

सामान्य अस्पतालों की सप्लाई में दवा कंपनियों की कारगुजारियां अकसर सामने आती है लेकिन अब सैन्य अस्पताल में भी दवा कंपनी का खोट सामने आया है। दवा निर्माता कंपनी ने जालंधर के सैन्य अस्पताल को जो दवा सप्लाई की थी, उसके बिल पर अंकित और दवा के बैच नंबर में अंतर है। यानि किसी और बैच नंबर की दवा सप्लाई की गई और दवा निर्माता कंपनी ने बिल दूसरे बैच नंबर का बना कर फर...

दवा उद्योग पर आफत : 20 कंपनियों में प्रोडक्शन पर रोक, कईयों को नोटिस

बार-बार सैंपल फेल होने पर दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने हिमाचल के 20 दवा उद्योगों में प्रोडक्शन बैन कर दिया है जबकि आधा दर्जन उद्योग संचालकों को नोटिस जारी किए हैं। इसका कारण छह महीने के दौरा 67 दवाओं के सैंपल फेल होना बताया गयाहै। इतना ही प्राधिकरण ने ऐसे 100 उद्योगों की सूची बनाई और जांच-पड़ताल के बाद यह बड़ी कार्रवाई की है जिससे हडक़ंप मच गया है। ये उद्योग स...

पैकिंग पर दवा के साइड इफेक्ट्स की जानकारी नहीं तो झेलनी होगी कानूनी मार

दवा कोई भी हो यदि उसके साइड इफेक्ट के बारे में पैकिंग पर जानकारी नहीं मिली तो कंपनी को कानूनी मार झेलनी पड़ेगी। पता चला है कि सरकार ने स्वयं दवाओं के साइड इफेक्ट की जानकरी हासिल करने की कवायद शुरू कर दी है।

ड्रग कंट्रोलर अफसर और इंस्पेक्टर रिश्वत लेते काबू

विजिलेेंस ने आयुर्वेद विभाग, जयपुर के ड्रग कंट्रोलर और जोधपुर में नियुक्त आयुर्वेद विभाग के स्पेक्टर को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते काबू किया है। जोधपुर में एसीबी के प्रभारी एडिशनल एसपी नरेंद्र चौधरी ने बताया कि आरोपी सुरेश शर्मा, आयुर्वेदिक विभाग जयपुर में ड्रग कंट्रोलर है जबकि दूसरा आरोपी इंदिवर भारद्वाज इंस्पेक्टर है।

ड्रग अधिकारी की फार्मा उद्योग पर छापेमारी पर उठे सवाल

फार्मा हब कहे जाने वाले बद्दी में ड्रग विभाग के अधिकारी और पत्रकार की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है। इस कार्रवाई के बाद बीबीएन में फार्मा उद्योग संचालक गुस्से में है। क्योंकि एक तरफ कार निवेशकों को प्रदेश में आमंत्रित कर रही है, दूसरी और ड्रग विभाग कार्रवाई का डर दिखाकर बुरी नीयत रख रहा है।

चार लैब के लिए 20 करोड़ जारी, सात साल बाद भी शुरू नहीं

प्रदेश सरकार ने सात साल पहले जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर में ड्रग टेस्टिंग लैब खोलने की घोषणा कर 20 करोड़ रुपये बजट जारी किया था। लेकिन सात साल बाद यहां केवल भवन ही बने है, स्टाफ-उपकरण तक नहीं खरीदे है। लैब नहीं खुलने से वहां के दवाओं के सैंपल जयपुर लाने पड़ रहे है। नकली दवाओं को रोकने और नमूनों की पेंडेंसी कम करने के लिए जोधपुर, उदयपुर व बीकानेर में न...

दवा संकट : एम्म की दोनों प्राइवेट कमेस्टि शॉप बंद

खबर बिहार की राजधानी पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से जुड़ी है। यहां उपचार कराने आ रहे मरीजों को इन दिनों इलाज में दवाओं को लेकर परेशानी हो रही है। परिसर में मरीजों को दवाएं नहीं मिल रही हैं। क्योंकि अस्पताल प्रशासन ने परिसर में संचालित दोनों प्राइवेट दवा दुकानों को बंद कर दिया है। दोनों दवा दुकानों पर 20 से 30 प्रतिशत सस्ती दरों पर दवाएं मिला ...

UNITED BIOTECH IS NO MORE UNITED

All three directors of united biotech become violent, elder brother Rajeev Kumar stopped production in association with youngest brother whereas Sanjeev kumar stopped financial transaction. Reason is not clear why they are scary with each other. They started fighting since December 2018 and in the mean time pharma majors tried to resolve the issue but all...